जशपुर, 21 मई 2025। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे ऑपरेशन मुस्कान के तहत जशपुर पुलिस ने एक सप्ताह के भीतर तीन अलग-अलग मामलों में लापता बच्चों को सफलतापूर्वक खोजकर उनके परिजनों को सौंपा है। अब तक इस अभियान के अंतर्गत कुल 150 बच्चों को उनके परिवारों से मिलवाया जा चुका है।
थाना बगीचा मामला:
12 मई को थाना बगीचा क्षेत्र के एक निवासी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी 20 वर्षीय पुत्री अचानक घर से लापता हो गई है। परिजनों को आशंका थी कि किसी ने बहला-फुसलाकर उसे भगा लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए। तकनीकी सहायता, मुखबिर तंत्र और परिवारजनों की मदद से पुलिस को जानकारी मिली कि युवती कोरबा जिले के एक गांव में एक युवक के साथ रह रही है। पुलिस टीम ने 14 मई को कोरबा पुलिस की सहायता से युवती को सुरक्षित बरामद कर परिजनों को सौंप दिया।

थाना सिटी कोतवाली मामला:
17 मई को बस स्टैंड जशपुर से एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा एक डेढ़ वर्षीय बालक को पेप्सी दिलाने के बहाने बहलाकर ले जाने की शिकायत मिली। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तत्काल गुम इंसान दर्ज कर, BNS की धारा 137(2) के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने 12 घंटे के भीतर बालक को सुरक्षित खोज निकाला और उसे माता-पिता के हवाले कर दिया।
थाना तुमला मामला:
16 मई को एक ग्रामीण ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी 15 वर्षीय नाबालिग बेटी को उड़ीसा निवासी एक नाबालिग लड़का बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है। जब परिजन बच्ची को लेने उड़ीसा पहुंचे, तो आरोपी के परिवार द्वारा उन्हें धमकाया गया और गाली-गलौज की गई। इस पर पुलिस ने गुम इंसान व BNS की धारा 137(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की। पुलिस टीम उड़ीसा पहुंची, जहां से लड़की को सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंपा गया। आरोपी नाबालिग को विधिवत प्रक्रिया के तहत बाल संप्रेषण गृह भेजा गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह ने जानकारी दी कि ऑपरेशन मुस्कान के तहत जशपुर पुलिस निरंतर सक्रिय है और गुमशुदा बच्चों को सुरक्षित ढूंढकर उनके परिजनों तक पहुंचाने का कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।