रायगढ़ – जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में इन दिनों सौ से अधिक हाथियों का दल विभिन्न रेंज में विचरण कर रहा है, जिससे ग्रामीण किसानों की फसलों को रोजाना नुकसान हो रहा है और क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
सूत्रों के अनुसार, रायगढ़ और धरमजयगढ़ वन मंडलों में हाथियों के उत्पात की खबरें लगातार आ रही हैं। बीते सप्ताह रायगढ़ वन मंडल में एक दंतैल हाथी ने कई गांवों में घरों को तोड़कर और फसलों को नुकसान पहुंचाया है। अब धरमजयगढ़ वन मंडल में 113 हाथी अलग-अलग दलों में विचरण कर रहे हैं और किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे क्षेत्र के ग्रामीणों में भय का माहौल है।
धरमजयगढ़ वन मंडल में लैलूंगा रेंज के मुकडेगा बीट में 22 हाथी, कहरचुयां बीट में 21 हाथी, छाल रेंज के गलीमार बीट में 16 हाथी, ओंगना बीट में 13 हाथी, औरानारा बीट में 12 हाथी और बेहरामार बीट में 8 हाथी विचरण कर रहे हैं। इन हाथियों में 28 नर, 54 मादा और 31 बच्चे शामिल हैं।
पिछली रात हाथियों के दल ने 18 स्थानों पर नुकसान पहुंचाया, जिसमें लैलूंगा रेंज मुकडेगा बीट के ढोर्रोबीजा और लोहडापानी में 7 किसानों की धान की फसल, ओंगना बीट में 5 किसानों की धान की फसल, बायसी बीट में 2 किसानों की धान की फसल और छाल के औरानारा और सिंघीझाप में 3 किसानों के अमरूद और केलो पेड़ को नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा ओंगना में एक किसान के कटपेड पेड़ को भी हाथियों ने नुकसान पहुंचाया।
वन विभाग की जानकारी के अनुसार, छाल परिसर के बोकरामुड़ा गांव में एक मादा हाथी ने रात में सरकारी राशन दुकान की दीवार तोड़कर चावल खाया और खिड़की को भी नुकसान पहुंचाया।
धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों की संख्या बढ़ने के बाद वन विभाग के अधिकारी अलर्ट मोड में हैं। हाथी ट्रैकिंग दल और हाथी मित्र दल गांव-गांव जाकर मुनादी कर रहे हैं और हाथियों से सावधानी बरतने की जानकारी दे रहे हैं। ड्रोन कैमरों से हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है।
हाथी मित्र दल के सदस्य गांव-गांव जाकर ग्रामीणों को जंगल में न जाने की सलाह दे रहे हैं और हाथियों के हमले से बचने के उपाय बता रहे हैं। गांव में हाथी आने पर तुरंत वन विभाग को सूचित करने की अपील की जा रही है।